1. एन्थ्रासाइट कोयले में सर्वाधिक कार्बन की मात्रा होती है । बिटुमिनस कोयला विश्व में सर्वाधिक पाया जाता है। पीट कोयला सबसे निम्न कोटि का कोयला है।
2. मोनोजाइट थोरियम का अयस्क है । भारत में थोरियम सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है । थोरियम पर आधारित फास्ट ब्रिडर रियक्टर कलपक्कम में स्थापित किया गया है।
3. पारा, पारदित समिश्रित मंे अनिवार्य रूप से सम्मलित होता है ।
4. कार्नेलाइट मैग्निशियम का खनिज है।
5. गन मैटल , ताॅवा टिन और जिंक का मिश्र धातु है।
6. हेमेटाइट लौह अयस्क होता है ।
7. चुना और कोयले का प्रयोग लौह अयस्क को प्रगलित करने में होता है ।
8. चीटियां काटती है तो वे फोर्मिक अम्ल अन्तःक्षेपित करती है ।
9. मिथाइल एल्कोहल पीने से अन्धता आती है।
10. फोटो ग्राफी में ‘‘स्थायीकर‘‘ के रूप में सोडियम थायोसल्फेट प्रयोग होता है ।
11. पानी आयनिक लवण का सुविलायक है क्योकि उसका द्विध्रुव आघुर्ण अधिक है। 12. सिरका एसिटिक अम्ल का जलीय विलयन है ।
13. सोडियम क्लोराइड लवणो का सागरीय जल की लवणता में अधिकतम योगदान होता है ।
14. लैक्टिक अम्ल, दूध में पाया जाता है।
15. साइटिंक अम्ल , नीबू मंे पाया जाता है।
16. ब्यूटाइरिक अम्ल, खराब मक्खन में पाया जाता है।
17. जल में अमोनिया आसानी से घुल जाता है।
18. भारी जल एक प्रकार का मन्दक है।
19. कठोर जल साबून से कपडे धोने और बाॅयलर्स में प्रयोग के लिये उपयुक्त नही होता है।
20. फोटोग्राफी रंगीन फोटो फिल्म को साफ करने में आक्जैलिक अम्ल प्रयोग किया जाता है।
21. पानी का भारीपन सोडियम और मैग्निशियम के सिलिकेटो के कारण होता है।
22. लहसुन और प्याज में आने वाली तीक्ष्ण गन्ध उनमे पौटेशियम की उपस्थिति के कारण आती है।
23. पनीर एक जैल का उदाहरण है।
24. फलों के रस में मैलिक अम्ल पाया जाता है।
25. अम्लीय स्त्रवण जठर की विशिष्ठता है।
26. आॅक्जैलिक अम्ल का प्रयोग दाग निकालने में किया जाता है।
27. रासानियक तत्व के अणु के सन्दर्भ में चुम्बकिय क्वाण्टम संख्या का सम्बंध अभिविन्यास से है।
28. जर्मन सिल्वर में निकिल , क्रोमियम और ताॅबे का मिश्रण होता है ।
29. वाहनों से निकलने वाले धुऐं में सीसा एक प्रमुख हानिकारक तत्व है इससे मानसिक रोग होता है।
30. ब्लीचिंग पाउडर में क्लोरीन तथा हाइपो में सोडियम होता है।
31. लोहे के साथ क्रोमियम मिलाने पर उसमें उच्चताप का प्रतिरोध करने की क्षमता और उच्च कठोरता एवं अपघर्षण प्रतिरोधकता आ जाती है।
32. पैटंोल इंजन में अपस्फोटन या नोदन को कम करने के लिए पैटंोल में टैटंा एथिल लेड को मिलाया जाता है।
33. प्राकृतिक रबड आइसोप्रीन का बहुलक है। प्राकृतिक रबड लैटेक्स दूध के रूप में पेडों से निकाली जाती है।
34. स्टेनलेस स्टील बनाने के लिए निकिल और क्रोमियम को प्रयोग किया जाता है।
35. कच्चा लोहा, मृदुइस्पात, ढलवा लोहा में कार्बन तत्व अवरोही क्रम में उपस्थित होते हंै।
36. कांसा, तांबा एवं टिन का मिश्रण है।
37. अमोनिया एक रासायनिक यौगिक है।
38. टैफलाॅन तथा डेक्रॅान, प्लास्टिक के वहुलक है
39. नियोप्रीन संश्लेषित रबड है।
40. पाॅलिथीन , पाॅलिएथिलीन का बहुलक है
41. कोयला तथा हाइडंोकार्बन को दहन करने पर उत्पन्न प्रदुषण कार्बनमोनोआॅक्साइड तथा कार्बनडाईआॅक्साइड के मिश्रण होता है।
42. प्राकृतिक रबड को अधिक मजबूत तथा प्रत्यास्थ बनानेे के लिए उसमें सल्फर मिलाया जाता है।
43. कैल्शियम सल्फेट उर्वरक नही है।
44. लोहा पारे के साथ मिलकर अमलगम मिश्रधातु नही बनाता है इसलिए पारे को लोहे के पात्र में रखा जाता है। शेष सभी धातुएं पारे के साथ अमलगम मिश्रधातु बनाती है।
45. हैलोजन गैसों में सबसे अभिक्रियाशील गैस फ्लोरीन होती है।
46. आॅक्सीजन एक अनुचुम्बकीय तत्व है।
47. हाइडंोजन का ईधनमान सर्वाधिक होता है।
48. स्टंीट लाइट के वल्व में सोडियम का प्रयोग होता है।
49. हीमोग्लोबीन में आयरन, क्लोरोफिल में मैग्निशियम, पीतल में ताॅबा एवं विटामिन बी12 में कोबाल्ट उपस्थित होता है।
50. प्लेटिनम सबसे कठोर धातु होती है।
51. हीरा स्वयं में एक मूल तत्व होता है।
52. पेंसिल में लिखने में प्रयोग होने वाला लेड, ग्रेफाइट का बना होता है।
53. फ्यूज में प्रयोग होने वाला तार उच्च प्रतिरोध शक्ति तथा निम्न गलनांक का होता है। 54. जस्ता एक विद्युत अचुम्बकीय पदार्थ है।
55. हीलियम गैस आॅक्सीजन से प्रतिक्रिया नही करती है।
56. अग्निशमन यन्त्र में कार्वनडाई आॅक्साइड गैस का प्रयोग किया जाता है।
57. लोहे पर कलई चढाने के लिए जस्ते का प्रयोग किया जाता है इस प्रक्रिया को गैल्वनाइजेशन यशदलेपन कहते है।
58. आयनिक यौगिक एल्कोहल में अविलेय होते है।
59. एल्युमिनियम चुम्बक के द्वारा आकर्षित नही होती है।
60. पृथ्वी पर लगभग 100 प्रकार के रासायनिक तत्व पाये जाते है।
61. सर्वाधिक स्थायी तत्व आॅक्सीजन है।
62. सोडियम तत्व जल से हल्का होता है।
63. नाइक्रोम एक ऐसा पदार्थ है जो बहुत कठोर तथा बहुत तन्य है।
64. एसिटिलीन का प्रयोग बैल्डिंग उद्योग तथा प्लास्टिक निर्माण करने में प्रयुक्त की जाती है इसका प्रयोग फलों को सुरक्षित रखने में किया जाता है
65. एथिलीन का प्रयोग क्रत्रिम रूप से फलोें को पकाने के लिए किया जाता है।
66. टाॅर्चलाइट , विधुत क्षुरक शेवर आदि साधनों में प्रयुक्त बैटरी में सीसा परआॅक्साइड और सीसा इलैक्टंोड के रूप में प्रयुक्त होता है।
67. कार्बनडाइआॅक्साइड को शुष्क बर्फ भी कहा जाता है।
68. कैंसर के उपचार में कोबाल्ट-60 का प्रयोग किया जाता है।
69. रक्त रोगों के उपचार को ‘‘ जीन थैरपी ‘‘ कहा जाता है।
70. क्रायोजेनिक्स अतिनिम्नताप है इसे परमताप भी कहा जाता है।
71. आर0डी0एक्स0 एक विस्फोटक है।
72. खाद्य पदार्थ के परिरक्षण हेतु बेंजोइक अम्ल प्रयोग किया जाता है।
73. फ्लोरोसेन्ट टयूब प्रतिदिप्ति बल्ब में नियाॅन गैस भरी जाती है।
74. सामान्य टयूब लाइटोें में नियाॅन के साथ सोडियम वाष्प होती है।
75. एल0 पी0 जी0 में मुख्यतः ब्यूटेन गैस होती है।
76. नाइटंोक्लोरोफाॅर्म विस्फोटक नही है।
77. आर्सेनिक-74 टयूमर, केाबाल्ट-60 कैंसर , आयेाडिन-131 थायराॅयड ग्रन्थि की सक्रियता, सोडियम-24 रक्त व्यतिक्रम में प्रयोग किया जाता है।
78. बोरोन कार्बाइड व्यापक रूप से हीरे के पश्चात सबसे कठोर पदार्थ के रूप में प्रयुक्त होता है।
79. एसिटिक एसिड सिरका बनाने के लिए शीरा अति उत्तम कच्चा माल है।
80. फ्लिन्ट काॅच का उपयोग कैमरा एवं दूरबीन के लैंस व विधुत बल्ब, पाइरेक्स काॅच का उपयोग प्रयोगशाला के उपकरण आदि, क्रुक्स काॅच का उपयोग धूप चश्मों के लेंस तथा पोटाश काॅच का उपयोग टयूब लाइट, बोतलें व दैनिक प्रयोग के बर्तन में किया जाता है।
81. ब्लीचिंग चूर्ण का प्रयोग मुख्य रूप से जल को विसंक्रमित करने के लिए होता है। 82. अम्ल अथवा क्षार के परीक्षण के लिए लिटमस पेपर का प्रयोग किया जाता है जब लिटमस पेपर लाल से नीला हो जाता है तो क्षार होता है एवं नीले से लाल हो जाता है तो अम्ल होता है।
83. एप्सम लवण का प्रयोग सारक शोधक के रूप में होता है।
84. नीला थोथा को काॅपर सल्फेट कहते है।
85. एप्सम साॅल्ट को मैग्निशियम सल्फेट कहते है।
86. बेकिंग सोडा को सोडियम बाई कार्बोनेट कहते है।
87. कास्टिक सोडा को सोडियम हाइडंाक्साॅइड कहते है।
88. चूनापत्थर का रासायनिक नाम कैल्सियम कार्बोनेट है।
89. आॅक्सीजन तथा भारी हाइडंोजन के यौगिक को गुरूजल कहते है।
90. हाइपो जो फोटोग्राफी मंे प्रयोग किया जाता है का रासायनिक नाम है सोडियम थायोसल्फेट है ।
91. मैग्निशियम हाइडंोक्साइड को मिल्क आॅफ मैग्निशिया कहते है।
92. चेचक की खोज एडवर्ड जेनर ने की थी ।
93. पेनिसिलीन की खोज अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने की थी ।
94. एक्स रे की खोज डब्ल्यू के0 रोन्टजन ने की थी ।
95. माणिक्य तथा कोरन्डम एल्यूमिनियम के अयस्क होते है।
96. बालू सिलिकन का अयस्क होता है।
97. संगमरमर कैल्सियम से प्राप्त होता है।
98. टाइटेनियम डाईआॅक्साइड का प्रयोग सफेद पेंट बनाने के लिए किया जाता है।
99. सोडियम सिलिकेट का प्रयोग शीशा बनाने में किया जाता है।
100. पोटेशियम सल्फेट का प्रयोग क्रत्रिम उर्वरक बनाने मे किया जाता है।
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